1.Heading |
|
2.Ayyat |
3.Sub-Heading |
|
1. सिलसिला ए ईमानियात तौहीद,आख़िरत,रिसालत |
|
|
काश हम भी मुसलमान होते। |
|
|
नाफ़रमानों के लिए अज़ाब का वक़्त तय है। |
|
अल्लाह क़ुरआन की हिफ़ाज़त खुद करेगा। |
|
हर दौर में अकसरियत ईमान से महरूम रहती है। |
|
अल्लाह की कुदरत के शाहकार। |
|
अल्लाह जानता है आगे बढ़ने वालों को भी और पीछे रहने वालों को भी। |
|
2. आदम और इब्लीस का क़िस्सा। |
|
|
अज़मत ए इंसान। |
|
|
अल्लाह की लानत है तकब्बुर करने वाले पर। |
|
इब्लीस के नापाक अज़ाएम। |
|
शैतान उसे भटकाता है जो खुद भटकना चाहता है। |
|
अहले जन्नत की बाहम कदूरतें ख़त्म कर दी जाएंगी। |
|
3. ईमान बिल रिसालत |
|
|
अल्लाह रहम भी करता है और अज़ाब भी देता है। |
|
|
कौम ए लूत अलैहिस्सलाम पर अल्लाह का अज़ाब। |
|
कौम ए शुएब अलैहिस्सलाम का अंजाम। |
|
कौम ए समूद की तबाही। |
|
नबी-ए-अकरम ﷺ से ख़ुसूसी खिताब। |