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2.Ayyat |
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1. ईमान बिल रिसालत |
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नुज़ूल ए क़ुरआन का मक़सद। |
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काफ़िर कौन हैं? |
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तबलीग़ के अव्वल मुख़ातिब ....हम ज़बान लोग। |
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अल्लाह का ख़ौफ़ अल्लाह के दिनों के हवाले से। |
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नाशुक्री से नेमत छिन जाती है। |
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रसूलों की अपनी क़ौमों के साथ कशमकश। |
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2. 2.ईमान बिल आख़िरत |
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इख़लास से थी आमाल की मिसाल। |
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अल्लाह की पकड़ से डरते रहो। |
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दुनियादार क़ाएदीन की पैरवी बरबाद करदेगी। |
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शैतान की अपने पैरोकारों को मलामत। |
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3.हक़ और बातिल नज़रियात का मवाज़नह(तुलना)। |
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अच्छे और बुरे नज़रियात के लिए मिसालें। |
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4. तौहीद ए बारी ताला। |
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नाशुक्री करने वालों का अंजाम। |
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रोज़ ए क़यामत कोई लेनदेन या सिफ़ारिश काम नहीं आएगी। |
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अल्लाह की नेमतों को शुमार नहीं किया जा सकता। |
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5. हज़़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की मुनाजात। |
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हज़़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की आजिज़ाना मुनाजात। |
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6. ईमान बिल आख़िरत। |
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रोज़ ए क़यामत नाफ़रमानों का क्या हाल होगा? |
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अल्लाह के रसूल ﷺ इस्तेक़ामत का पहाड़ थे। |
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रोज़ ए क़यामत आसमान और ज़मीन बदल दिए जाएंगे। |
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मक़ासिदे नुज़ूल ए क़ुरआन। |