my quran journey

011. Hud-H

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1. अल्लाह की नेमतें और बंदों की नाशुक्री। आयाते क़ुरआनी का उसलूब।
क़ुरआन हकीम की दावत।
क़ुरआन की दावत और मुश्रिकीन का रद्दे अमल।
हर मख़्लूक़ का रिज़्क अल्लाह के ज़िम्मे है।
अल्लाह की आलिशान क़ुदरत और काफ़िरों की कज फ़हमी।
इंसान की कम ज़र्फ़ी।
हज़रत मुहम्मद ﷺ अल्लाह के रसूल और क़ुरआन अल्लाह का कलाम है।
तय करो दुनिया के तलबगार हो या आख़िरत के ?
रिसालत ए मुहम्मदी ﷺ पर सबसे बड़ा गवाह क़ुरआन मजीद है।
सबसे बड़े ज़ालिम और बदनसीब लोग।
सादतमंद लोग( खुशनसीब लोग)।
बदनसीबों और खुशनसीबों की मिसाल।
2. रसूलों की अपनी कौमों के साथ कशमकश। हज़़रत नूह अलैहिस्सलाम की अपनी कौम के साथ कशमकश।
कौम का हज़़रत नूह अलैहिस्सलाम से अज़ाब लाने का मुतालबा।
जो अहले हक़ का मज़ाक उड़ायेगा , उसका भी मज़ाक उड़ाया जाएगा।
नूह अलैहिस्सलाम की कौम पर अज़ाब।
बेटे के हक़ में नूह अलैहिस्सलाम की सिफ़ारिश कुबूल नहीं की गई।
तौबा और इस्तग़फ़ार की बरकतें।
हज़़रत हूद अलैहिस्सलाम की अपनी कौम के साथ कशमकश।
कौम ए आद पर अल्लाह का अज़ाब।
हज़़रत सालेह अलैहिस्सलाम की अपनी कौम के साथ कशमकश।
कौम ए समूद पर अज़ाब।
हज़़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम के लिए हज़़रत इसहाक़ अलैहिस्सलाम की पैदाइश की खुशखबरी।
ज़ालिम कौम के लिए नबी की सिफ़ारिश कुबूल नहीं की जाएगी।
कौम ए लूत की बेहयाई।
कौम ए लूत पर अज़ाब।
हज़़रत शुएब अलैहिस्सलाम की दावत।
हज़़रत शुएब अलैहिस्सलाम की अपनी कौम के साथ कशमकश।
शुएब अलैहिस्सलाम की कौम पर अज़ाब।
आले फ़िरऔन का बुरा अंजाम।
हलाक होने वाली कौमों के अंजाम पर बसीरत से भरा तबसेरा।
3. ईमान बिल आख़िरत। बदनसीब कौन और खुशनसीब कौन ?......फ़ैसला कयामत के दिन होगा।
अल्लाह के कलाम से हर दौर में इख्तेलाफ़ किया गया।
4. अहले ईमान के लिए ईमान से भरी हिदायतें। मुश्किल हालात में अहले ईमान के लिए अहम हिदायतें।
5.नाफ़रमानो के लिए वईद (चेतावनी)। बुराई को रोकने वाले ही अज़ाब से बचते हैं।
हक़ से इख्तेलाफ़ करने वाले हर दौर में होंगे।
अल्लाह का दोटोक एलान।
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