my quran journey

002. Al Baqarah-H

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1.Group Heading 2.Heading 3.Raku 4.Ayyat 5.Sub-Heading
(1st HALF) Yयहूदियों को संबोधित करना और उनकी आलोचना करना इसलाम के हवाले से 3 किरदार :पक्के मुसलमान,पक्के काफ़िर और मुनाफ़िक़ । Raku 01 क़ुरआन किसके लिए हिदायत हैं।
हिदायत से महरूम कौन होते हैं?
Raku 02 मुनाफ़िक़ाना किरदार क्या है?
फ़िरों और मुनाफ़िक़ों के लिए तमासील।
क़ुरआन की दावत का खुलासा। Raku 03 क़ुरआन हकीम की दावत ।
रआन किसे गुमराह करता हैं।
रआन का फैसला ।
कुरआन का फैसला । Raku 04 कुरआन की अज़मत ।
ज़मीन पर होनेवाले इम्तेहान का तजुर्बा।
दुनिया के इम्तेहान में कौन कामयाब होगा ?
बनी इस्राईल को दावत । Raku 05 बनी इस्राईल को दावत ।
बनी इस्राईल(यहूद) से खिताब और उन पर फ़र्द -ए-जुर्म आयद। निजात-ए-आख़िरत के लिए झूठे सहारों की नफ़ी । Raku 06 निजात-ए-आख़िरत के लिए झूठे शरों की नफ़ी ।
बनी इस्राईल के लिए मलामत । Raku 07 बनी इस्राईल के लिए मलामत ।
अल्लाह की अनकन्ढीशनल इतात । Raku 08 किसी गिरोह से निसबत आख़िरत में निजात के लिए काफ़ी नही ।
बनी इस्राईल के लिए इब्रतनाक सज़ा ।
अल्लाह के हुक्म पर बे चूं व चरां अमल करो।
बनी इस्राईल की अवाम और उलेमा का हाल । Raku 09 अल्लाह की निशानी ।
बनी इस्राईल की अवाम और उलेमा के जर्म‍‍ ।
शरियत पर जुज़्वी अमल की सज़ा। Raku 10 बनी इस्राईल का अल्लाह से वादा और वादाखिलाफ़ी।
शरियत पर जुज़्वी अमल की सज़ा ।
बनी इस्राईल का नबी ﷺ से हसद । Raku 11 बनी इस्राईल का नबी ﷺ से हसद ।
अल्लाह के महबूब हो तो मौत की आरज़ू करो ।
बनी इस्राईल की हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम से दुश्मनी । Raku 12 हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम से दुश्मनी ।
जादू का अमल कुफ्र है।
तौरात क्यों मंसूक़ की गई। Raku 13 बनी इस्राईल की गुमराही ।
यहूदी और ईसाई मुसलमानो से कब राज़ी होंगें ? Raku 14 मुश्रिकीन-ए-मक्का के जुर्म।
दाई का काम हक़ पहुँचाना हैं मन्वाना नहीं।
तिलावत -ए-कुरआन की अहमियत।
बनी इस्राईल से ख़ातमह कलाम।
तहवील-ए-क़िब्ला/ मुसलमानो की ताज पोशी। हयात-ए- इब्राहीम अलैहिस्सलाम आज़माइशों की दास्तान ।आजमान Raku 15 हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम आज़माइश व इम्तिहान की एक दास्तान।
बैतुल्लाह की अज़मत व शर्फ़।
इब्राहीम ؑ इसमाईल ؑ की दुआ ।
मिल्लत - ए- इब्राहीम अलैहिस्सलाम की वज़ाहत Raku 16 मिल्लत - ए- इब्राहीम क्या है?
अल्लाहवालों की वसीयत।
निजात का दारोमदार अपने अमल पर है।
तहवील -ए-क़िब्ला और तहवील-ए-उम्मत । Raku 17 तहवील-ए-क़िब्ला का हुक्म …. तहवील-ए-उम्मत की अलामत।
बनी इस्राईल का हक़ को छुपाने का जुर्म।
जमात तैयार करने का आदेश Raku 18 क़ाबले का असल मैदान.......सबक़त इलल खै़र।
तहवील-ए-क़िब्ला के हुक्म की टकरार।
नबी करीम ﷺ का असासी ( बुनयादी) तरीके़कार।
(2nd HALF)उम्मत - ए-मुस्लिमा से बराहे रास्त खिताब । मुसलमानों से ख़िताब। मुसलमानों पर दीन को फैलाने की फ़र्ज़ियत। Raku 19 अल्लाह की राह में आज़माइश आकर रहेगी।
अल्लाह की राह मे हज़रत हाजेरा की बेक़रारी की याद।
अल्लाह की लानत हैं हक़ को छुपाने वालों पर।
शरियत, इबादत, इहकामात, इहकामात, और क़िताल , जिहाद बिल माल , (इन्फ़ाक़), यह चार मज़मून इन रुकुओं में साथ साथ बयान किये गये हैं। क़ल्बी ईमान कैसे हासिल होता है ? Raku 20 इक आयत में कई आयात का बयान (आयतुल आयात)।
नियादार क़ाइदीन की पैर्वी का हसरतनाक अंजाम।
क़ल्बी ईमान कैसे हासिल होता है ? Raku 21 रिज़्क़े हलाल खाने की तलक़ीन।
उलेमा -ए-सू पर अल्लाह का ग़ज़ब।
नेकी की हकीकत। Raku 22 नेकी का सही तसव्वुर( आयते बिर)।
क़िसास और वसीयत का हुक्म।
इबादात ,रमज़ान,क़ुरआन और रोज़े का बयान। Raku 23 ज़े का इब्तेदाई हुक्म।
रमज़ानुल मुबारक के रोज़ों की फ़र्ज़ियत।
अल्लाह हर दुआ का जवाब देता है।
मुसलमानों और यहूदियों के रोज़ों का फ़र्क।
जिन्दगी भर के रोज़ों का हुक्म।
अल्लाह की राह में क़िताल और इन्फ़ाक़ का हुक्म। Raku 24 नेकी का खुदसाख़ता रसूमात से ताल्लुक नहीं।
अल्लाह की राह में लडनेे का हुक्म।
पूरे के पूरे इसलाम में दाखिल हो जाओ। Raku 25 हज और उम्रे के लिए इहकामात।
पसंदीदा और नापसंदीदा किरदार।
रे के पूरे इसलाम पर अमल करो।
जन्नत का हुसूल आसान नही । Raku 26 नाशुक्री से नेमत छिन जाती है।
तफ़्रीक़ा का सबब.....चौद्राहट की ख़्वाहिश (आयतुल इख़तिलाफ़)।
जन्नत मुश्किलात में घेर दी गई है।
इन्फ़ाक किन के लिए किया जाए?
जंग की फ़र्ज़ियत का हुक्म।
Raku 27 रमतवाले महीनों में जंग का हुक्म।
अल्लाह की रहमत किसके लिए है?
तीन सवालों के जवाब।
ख़वातीन और तलाक़ से मुताल्लिक मसाइल। Raku 28 निकाह और तलाक़ के मसाइल।
Raku 29 तलाक़
Raku 30 ख़वातीन से मुताल्लिक मसाइल।
Raku 31 रुक़सती से पहले तलाक़।
तारीक़-ए-बनी इस्राईल का ग़ज़्वा बदर और उनके तीन ख़लीफ़े। Raku 32 क्या कयामत के दिन शिफ़ाअत काम आएगी। Muslmano Ki "Ghazwa-E-Badr" kai Liye Zehni Tyari 
Raku 33
क्या कयामत के दिन शिफ़ाअत काम आएगी। Raku 34 निजात -ए-उख़रवी के लिये चोर दरवाजों की नफ़ी।
आयतुल कुर्सी..........तौहीद बारी ताला का ख़ज़ाना (तौहीद की इन्तेहा)।
किसी को इसलाम क़ुबूल करने पर मजबूर न किया जाएगा।
क्या मरने के बाद दोबारा ज़िन्दा किया जाएगा? Raku 35 नम्रूद पर इत्माम-ए-हुज्जत।
अल्लाह मुर्दों को कैसे ज़िन्दा करेगा?
हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम के लिए इत्मेनान क़ल्ब का सामान।
इनफ़ाक़ फ़ी सबीलिल्लाह/जिहाद बिल माल। Raku 36 द के लेन देन की ज़ोरदार मज़म्मत।
Raku 37
इनफ़ाक़ फ़ी सबीलिल्लाह/जिहाद बिल माल। Raku 38 फ़ाज़िल सरमाया का आला और घटिया इस्तेमाल।
नमाज़ और ज़कात मामलात की दुरुस्तगी का ज़रिया।
अमली एतबार से बदतरीन गुनाह सूद।
आख़िरत में जवाबदेही का इहसास..... अमल की इसलाह का ज़रिया।
कर्ज़ के बारे मे हिदायत- कॉनट्राक्ट की अहमियत। Raku 39 अज़ीम दुआ
अज़ीम दुआ Raku 40 अल्लाह के यहान हर अमल का मुहासबा होगा।
अर्श-ए-इलाही के दो ख़ज़ाने।
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