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1.Group Heading |
2.Heading |
3.Raku |
4.Ayyat |
5.Sub-Heading |
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(1st HALF) Yयहूदियों को संबोधित करना और उनकी आलोचना करना |
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इसलाम के हवाले से 3 किरदार :पक्के मुसलमान,पक्के काफ़िर और मुनाफ़िक़ । |
Raku 01 |
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क़ुरआन किसके लिए हिदायत हैं। |
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हिदायत से महरूम कौन होते हैं? |
Raku 02 |
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मुनाफ़िक़ाना किरदार क्या है? |
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फ़िरों और मुनाफ़िक़ों के लिए तमासील। |
क़ुरआन की दावत का खुलासा। |
Raku 03 |
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क़ुरआन हकीम की दावत । |
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रआन किसे गुमराह करता हैं। |
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रआन का फैसला । |
कुरआन का फैसला । |
Raku 04 |
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कुरआन की अज़मत । |
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ज़मीन पर होनेवाले इम्तेहान का तजुर्बा। |
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दुनिया के इम्तेहान में कौन कामयाब होगा ? |
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बनी इस्राईल को दावत । |
Raku 05 |
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बनी इस्राईल को दावत । |
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बनी इस्राईल(यहूद) से खिताब और उन पर फ़र्द -ए-जुर्म आयद। |
निजात-ए-आख़िरत के लिए झूठे सहारों की नफ़ी । |
Raku 06 |
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निजात-ए-आख़िरत के लिए झूठे शरों की नफ़ी । |
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बनी इस्राईल के लिए मलामत । |
Raku 07 |
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बनी इस्राईल के लिए मलामत । |
अल्लाह की अनकन्ढीशनल इतात । |
Raku 08 |
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किसी गिरोह से निसबत आख़िरत में निजात के लिए काफ़ी नही । |
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बनी इस्राईल के लिए इब्रतनाक सज़ा । |
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अल्लाह के हुक्म पर बे चूं व चरां अमल करो। |
बनी इस्राईल की अवाम और उलेमा का हाल । |
Raku 09 |
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अल्लाह की निशानी । |
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बनी इस्राईल की अवाम और उलेमा के जर्म । |
शरियत पर जुज़्वी अमल की सज़ा। |
Raku 10 |
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बनी इस्राईल का अल्लाह से वादा और वादाखिलाफ़ी। |
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शरियत पर जुज़्वी अमल की सज़ा । |
बनी इस्राईल का नबी ﷺ से हसद । |
Raku 11 |
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बनी इस्राईल का नबी ﷺ से हसद । |
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अल्लाह के महबूब हो तो मौत की आरज़ू करो । |
बनी इस्राईल की हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम से दुश्मनी । |
Raku 12 |
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हज़रत जिब्राईल अलैहिस्सलाम से दुश्मनी । |
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जादू का अमल कुफ्र है। |
तौरात क्यों मंसूक़ की गई। |
Raku 13 |
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बनी इस्राईल की गुमराही । |
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यहूदी और ईसाई मुसलमानो से कब राज़ी होंगें ? |
Raku 14 |
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मुश्रिकीन-ए-मक्का के जुर्म। |
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दाई का काम हक़ पहुँचाना हैं मन्वाना नहीं। |
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तिलावत -ए-कुरआन की अहमियत। |
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बनी इस्राईल से ख़ातमह कलाम। |
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तहवील-ए-क़िब्ला/ मुसलमानो की ताज पोशी। |
हयात-ए- इब्राहीम अलैहिस्सलाम आज़माइशों की दास्तान ।आजमान |
Raku 15 |
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हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम आज़माइश व इम्तिहान की एक दास्तान। |
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बैतुल्लाह की अज़मत व शर्फ़। |
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इब्राहीम ؑ इसमाईल ؑ की दुआ । |
मिल्लत - ए- इब्राहीम अलैहिस्सलाम की वज़ाहत |
Raku 16 |
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मिल्लत - ए- इब्राहीम क्या है? |
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अल्लाहवालों की वसीयत। |
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निजात का दारोमदार अपने अमल पर है। |
तहवील -ए-क़िब्ला और तहवील-ए-उम्मत । |
Raku 17 |
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तहवील-ए-क़िब्ला का हुक्म …. तहवील-ए-उम्मत की अलामत। |
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बनी इस्राईल का हक़ को छुपाने का जुर्म। |
जमात तैयार करने का आदेश |
Raku 18 |
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क़ाबले का असल मैदान.......सबक़त इलल खै़र। |
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तहवील-ए-क़िब्ला के हुक्म की टकरार। |
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नबी करीम ﷺ का असासी ( बुनयादी) तरीके़कार। |
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(2nd HALF)उम्मत - ए-मुस्लिमा से बराहे रास्त खिताब । |
मुसलमानों से ख़िताब। |
मुसलमानों पर दीन को फैलाने की फ़र्ज़ियत। |
Raku
19 |
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अल्लाह की राह में आज़माइश आकर रहेगी। |
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अल्लाह की राह मे हज़रत हाजेरा की बेक़रारी की याद। |
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अल्लाह की लानत हैं हक़ को छुपाने वालों पर। |
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शरियत, इबादत, इहकामात, इहकामात, और क़िताल , जिहाद बिल माल , (इन्फ़ाक़), यह चार मज़मून इन रुकुओं में साथ साथ बयान किये गये हैं। |
क़ल्बी ईमान कैसे हासिल होता है ? |
Raku
20 |
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इक आयत में कई आयात का बयान (आयतुल आयात)। |
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नियादार क़ाइदीन की पैर्वी का हसरतनाक अंजाम। |
क़ल्बी ईमान कैसे हासिल होता है ? |
Raku
21 |
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रिज़्क़े हलाल खाने की तलक़ीन। |
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उलेमा -ए-सू पर अल्लाह का ग़ज़ब। |
नेकी की हकीकत। |
Raku
22 |
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नेकी का सही तसव्वुर( आयते बिर)। |
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क़िसास और वसीयत का हुक्म। |
इबादात ,रमज़ान,क़ुरआन और रोज़े का बयान। |
Raku
23 |
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ज़े का इब्तेदाई हुक्म। |
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रमज़ानुल मुबारक के रोज़ों की फ़र्ज़ियत। |
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अल्लाह हर दुआ का जवाब देता है। |
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मुसलमानों और यहूदियों के रोज़ों का फ़र्क। |
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जिन्दगी भर के रोज़ों का हुक्म। |
अल्लाह की राह में क़िताल और इन्फ़ाक़ का हुक्म। |
Raku
24 |
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नेकी का खुदसाख़ता रसूमात से ताल्लुक नहीं। |
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अल्लाह की राह में लडनेे का हुक्म। |
पूरे के पूरे इसलाम में दाखिल हो जाओ। |
Raku
25 |
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हज और उम्रे के लिए इहकामात। |
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पसंदीदा और नापसंदीदा किरदार। |
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रे के पूरे इसलाम पर अमल करो। |
जन्नत का हुसूल आसान नही । |
Raku 26 |
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नाशुक्री से नेमत छिन जाती है। |
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तफ़्रीक़ा का सबब.....चौद्राहट की ख़्वाहिश (आयतुल इख़तिलाफ़)। |
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जन्नत मुश्किलात में घेर दी गई है। |
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इन्फ़ाक किन के लिए किया जाए? |
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जंग की फ़र्ज़ियत का हुक्म। |
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Raku
27 |
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रमतवाले महीनों में जंग का हुक्म। |
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अल्लाह की रहमत किसके लिए है? |
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तीन सवालों के जवाब। |
ख़वातीन और तलाक़ से मुताल्लिक मसाइल। |
Raku 28 |
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निकाह और तलाक़ के मसाइल। |
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Raku 29 |
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तलाक़ |
Raku 30 |
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ख़वातीन से मुताल्लिक मसाइल। |
Raku 31 |
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रुक़सती से पहले तलाक़। |
तारीक़-ए-बनी इस्राईल का ग़ज़्वा बदर और उनके तीन ख़लीफ़े। |
Raku 32 |
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क्या कयामत के दिन शिफ़ाअत काम आएगी। |
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Muslmano Ki "Ghazwa-E-Badr" kai Liye Zehni Tyari |
Raku 33 |
क्या कयामत के दिन शिफ़ाअत काम आएगी। |
Raku 34 |
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निजात -ए-उख़रवी के लिये चोर दरवाजों की नफ़ी। |
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आयतुल कुर्सी..........तौहीद बारी ताला का ख़ज़ाना (तौहीद की इन्तेहा)। |
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किसी को इसलाम क़ुबूल करने पर मजबूर न किया जाएगा। |
क्या मरने के बाद दोबारा ज़िन्दा किया जाएगा? |
Raku 35 |
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नम्रूद पर इत्माम-ए-हुज्जत। |
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अल्लाह मुर्दों को कैसे ज़िन्दा करेगा? |
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हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम के लिए इत्मेनान क़ल्ब का सामान। |
इनफ़ाक़ फ़ी सबीलिल्लाह/जिहाद बिल माल। |
Raku 36 |
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द के लेन देन की ज़ोरदार मज़म्मत। |
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Raku 37 |
इनफ़ाक़ फ़ी सबीलिल्लाह/जिहाद बिल माल। |
Raku
38 |
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फ़ाज़िल सरमाया का आला और घटिया इस्तेमाल। |
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नमाज़ और ज़कात मामलात की दुरुस्तगी का ज़रिया। |
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अमली एतबार से बदतरीन गुनाह सूद। |
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आख़िरत में जवाबदेही का इहसास..... अमल की इसलाह का ज़रिया। |
कर्ज़ के बारे मे हिदायत- कॉनट्राक्ट की अहमियत। |
Raku 39 |
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अज़ीम दुआ |
अज़ीम दुआ |
Raku
40 |
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अल्लाह के यहान हर अमल का मुहासबा होगा। |
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अर्श-ए-इलाही के दो ख़ज़ाने। |